आ देख मेरी आँखों में भीगा हुआ मौसम, ये किसने कह दिया की तुम्हें भूल गए हम। फुर्सत कभी मिले तो पढ़ना मुझे जरूर, नाकाम मोहब्बत की मुकम्मल किताब हूँ। ओकेहिन्द.कॉम
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग रग में तुम,
कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
हमेशा के लिए रख लो ना पास मुझे अपने,
कोई पूछे तो बता देना किरायेदार है दिल का।
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में,
मसला सिर्फ मोहब्बत का ही नही फिक्र का भी है।
मुमकिन नहीं है किसी और से दिल लगना,
तुमसे प्यार ही इतनी शिद्दत से करते हैं।
खिलखिला उठती है चाय तेरे होंठो से लगकर,
कहीं उसको भी तुझसे इश्क़ तो नहीँ हो गया।
इस क़दर क़ीमती न था मेरा चैन ओ सुकून,
फिर भी लूट ले गया वो किसी ख़ज़ाने की तरह।
भरम रख लो मोहब्बत का वफ़ा कि शान बन जाओ,
हमारी जान लेलो या हमारी जान बन जाओ।